अखिल राजस्थान रावणा राजपूत महासभा, मेड़ता सिटी, जिला नागौर का प्रथम जिला स्तरीय जनप्रतिनिधि व प्रतिभावान छात्र छात्रा सम्मान समाहरो रावणा राजपूत समाज भवन, कुण्डल की पाल पर सम्पन्न हुआ।
आरक्षण पर चर्चा करते मुख्य अतिथि प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह रावणा कहा अब समय आ गया है कि, आरक्षण और राजनीति से वंचित जातियों को एकजुट होकर, सम्पन्न जातियों के पक्ष में आरक्षण पर राजनीति करने वाली पार्टियों को खत्म करना चाहिए। हाल ही में केन्द्रीय ओबीसी सूची से सम्पन्न जाट जाति को माननीय उच्चतम न्यायालय ने बाहर किया और जाट आरक्षण मामले में राजस्थान उच्च न्यायालय ने भी राज्य सरकार और ओबीसी आयोग को आरक्षण की समीक्षा के निर्देश दिए हैं दूसरी ओर संविधान सम्मत प्रत्येक दस वर्ष में आरक्षण की समीक्षा होना अनिवार्य है और बगैर तथ्यात्मत समीक्षा के आरक्षण का दायरा 50 प्रतिशत से ज्यादा नहीं हो सकता है। जबकि इसके विपरीत राज्य सरकार 25 फिसदी सर्वसम्पन्न जातियों के वोट बैंक के चक्कर में अति पिछडी जातियों पर कुठाराघात कर रही है।और आरक्षण का दायरा बढ़ाकर संविधान व लोकतन्त्र का गला घोंट रही है। प्रदेश उपाध्यक्ष गणपत सिंह पिडीयार ने बताया कि विशिष्ट अतिथि महिला प्रदेश उपाध्यक्ष मधु परमार, अमर सिंह सोलंकी, नाथू सिंह पोपावास, कान सिंह भाटी, प्रदेश महामन्त्री नन्द सिंह राजावत, सगठन मन्त्री गोपाल सिंह चौहान, युवा अध्यक्ष चरण सिंह सांखला, राजवीर सिंह, प्रनपाल सिंह, अजमेर, विक्रम सिंह आकोदा ने भी समाज को सम्बोधित किया।
इस अवसर पर 151 प्रतिभावान छात्र छात्राओं और 51 जनप्रतिनिधियों को सम्मानित किया गया।