जयपुर 21 दिसम्बर 2014 को प्रातः 11बजे से अखिल राजस्थान रावणा राजपूत महासभा की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक सम्पन्न हुई।
प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह रावणा ने कहा कि, एक अच्छे सामाजिक संगठन के लिए जरूरी है कि उस संगठन की सोच आदर्श हो एवं कार्यशैली सर्वमान्य हो।
किसी पार्टी विशेष के नेता से किसी समाज बन्धुओं के सम्बन्ध है तो समाज के सामने लाएं। यह समाज के लोगों का राजनीति में पहचान का खुलासा हो सकता है।
पार्टी विशेष में कोई बन्धु जूडा है तो वह अपना कार्य निष्ठा से करें। समाज को कोई आपत्ति नहीं।
बस एक ही निवेदन है समाज के नाम से " फतवा " जारी न करें।
अपने दायरे में ही कुशलता से कार्य करते रहे जिससे अन्य पार्टी विशेष से जुडे समाज बन्धुओं को आपत्ति भी नहीं हो।
अपने स्तर पर पार्टी से स्वयं का लाभ आवश्यक रूप से तय कर लें।
फालतू चाकरी भी कब तक करेगा यह समाज........?
इसी दौरान संगठन ने यह तय किया कि, " प्रत्येक जिले में कम से कम 10 समाज के सदस्य ऐसे हो जो पूर्ण रूप से संगठन के अनुसार कार्य करने वाले हो और संगठन की नीति से कार्य करने वाले हो।
कार्यक्रम को प्रदेश महामंत्री नन्द सिंह राजावत, युवा अध्यक्ष चरण सिंह सांखला, महिला अध्यक्ष नीतू सिंह, बून्दी से नन्द सिंह राठौड, चित्तौडगढ से दुर्गा सिंह चौहान, सवाई माधोपुर से बनवारी सिंह नाथावत, सीकर से सुरेश टांक, कोटा से जय सिंह चौहान, सुनिता भाटी, जयपुर से श्याम सिंह सिसोदिया, रेणु भाटी, अजमेर से कान सिंह भाटी, नागौर से मनोहर सिंह चौहान, भीलवाडा से दुर्गा सिंह चौहान आदि ने संबोधित करते हुए कहा कि समाज के नाम पर राजनैतिक फतवे न तो जारी करेंगे और न ही करने देंगे।
संगठन की मजबूती ही समाज को आगे बढायेगी।
कोषाध्यक्ष सज्जन सिंह राजावत ने महासभा के 3 वर्ष का लेखा जोखा प्रस्तुत किया।